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Anuradha Paudwal - Yeh Saal Ki Aakhiri Raat Hai Lyrics



Anuradha Paudwal - Yeh Saal Ki Aakhiri Raat Hai Lyrics
Official




[ Featuring ]

दो रे में फ सो ल ति दो दो रे में फ सो ल ति दो
दो ती ल सो फ में रे दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
ऐ ऐ ऐ
दो रे में फ सो ल ति दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
ऐ ऐ ऐ
दो ती ल सो फ में रे दो

आने वाले की ख़ुशी में
ऐ ऐ
तू जाने वाले को भूल
आने वाले की ख़ुशी में
ऐ ऐ
तू जाने वाले को भूल
ज़ख्म चाहे तुझको मिलें हों
चाहे मिले हों फूल
गुज़र गया जो साल वो
यादों की बरात है
यादों की बरात है
दो रे में फ सो ल ति दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
ऐ ऐ ऐ
दो ती ल सो फ में रे दो

दो रे में फ सो ल ति दो
नए साल की पहली रात है
ज़रा समझने वाली बात है
आजा मुहब्बत बाँट लें
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
रु रु रु
अगर सुनहरी मौक़ा
आज भी खो जाएगा
इक साल जवानी का
और कम हो जाएगा
अगर सुनहरी मौक़ा
आज भी खो जाएगा
इक साल जवानी का
और कम हो जाएगा
हमसफ़र कोई
मिल जाये तो
हर रात तेरी शबरात है
ऐ ऐ ऐ
दो रे में फ सो ल ति दो
नए साल की पहली रात है
ज़रा समझने वाली बात है
आजा मुहब्बत बाँट लें
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ऐ ऐ ऐ
दो रे में फ सो ल ति दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है.
[ Correct these Lyrics ]

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दो रे में फ सो ल ति दो दो रे में फ सो ल ति दो
दो ती ल सो फ में रे दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
ऐ ऐ ऐ
दो रे में फ सो ल ति दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
ऐ ऐ ऐ
दो ती ल सो फ में रे दो

आने वाले की ख़ुशी में
ऐ ऐ
तू जाने वाले को भूल
आने वाले की ख़ुशी में
ऐ ऐ
तू जाने वाले को भूल
ज़ख्म चाहे तुझको मिलें हों
चाहे मिले हों फूल
गुज़र गया जो साल वो
यादों की बरात है
यादों की बरात है
दो रे में फ सो ल ति दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
वो गुज़रे साल की बात है
ऐ ऐ ऐ
दो ती ल सो फ में रे दो

दो रे में फ सो ल ति दो
नए साल की पहली रात है
ज़रा समझने वाली बात है
आजा मुहब्बत बाँट लें
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
रु रु रु
अगर सुनहरी मौक़ा
आज भी खो जाएगा
इक साल जवानी का
और कम हो जाएगा
अगर सुनहरी मौक़ा
आज भी खो जाएगा
इक साल जवानी का
और कम हो जाएगा
हमसफ़र कोई
मिल जाये तो
हर रात तेरी शबरात है
ऐ ऐ ऐ
दो रे में फ सो ल ति दो
नए साल की पहली रात है
ज़रा समझने वाली बात है
आजा मुहब्बत बाँट लें
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ऐ ऐ ऐ
दो रे में फ सो ल ति दो
ये साल की आखरी रात है
ज़रा समझने वाली बात है
तू कल की कल पे छोड़ दे
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है
ये कुदरत की सौगात है.
[ Correct these Lyrics ]
Writer: LAXMIKANT PYARELAL, VARMA MALIK
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Anuradha Paudwal - Yeh Saal Ki Aakhiri Raat Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Anuradha Paudwal
Featuring:
Length: 6:14
Written by: LAXMIKANT PYARELAL, VARMA MALIK

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