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Apurva Sethi - Sang Hoon Tere [Female Version Unplugged] Lyrics



Apurva Sethi - Sang Hoon Tere [Female Version Unplugged] Lyrics
Official




तुझे सोचता हूँ मैं शामों सुबह
इस से ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या
तेरे ही ख़यालों में डूबा रहा
इस से ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या
उस सारे ग़म में जाना संग हूं तेरे
हर एक मौसम में जाना संग हूं तेरे
अब इतने इन्तेहां भी ना ले मेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे

मेरी धडकनों में ही तेरी सदा
इस कदर तू मेरी रूह में बस गया
तेरी यादों से कब रहा मैं जुदा
वक़्त से पूछ ले वक़्त मेरा गवाह
बस सारे ग़म में जाना संग हूं तेरे
हर एक मौसम में जाना संग हूं तेरे
अब इतने इन्तेहां भी ना ले मेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
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तुझे सोचता हूँ मैं शामों सुबह
इस से ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या
तेरे ही ख़यालों में डूबा रहा
इस से ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या
उस सारे ग़म में जाना संग हूं तेरे
हर एक मौसम में जाना संग हूं तेरे
अब इतने इन्तेहां भी ना ले मेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे

मेरी धडकनों में ही तेरी सदा
इस कदर तू मेरी रूह में बस गया
तेरी यादों से कब रहा मैं जुदा
वक़्त से पूछ ले वक़्त मेरा गवाह
बस सारे ग़म में जाना संग हूं तेरे
हर एक मौसम में जाना संग हूं तेरे
अब इतने इन्तेहां भी ना ले मेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
आ आ आ आ संग हूं तेरे
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Writer: PRITAM CHAKRABORTY, SAYEED QUADRI
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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