पायली छुनमन छुनमन
झांझरी रुनझुन रुनझुन
कितना मधुर है ये मिलन
छन छनन चूड़ी बोले
सन सनन पुरवा डोले
गूंजे ये धरती और गगन
पायली छुन मन छुन मन
झांझरी रुनझुन रुनझुन
कितना मधुर है ये मिलन
आ आ आ आ आ आ आ
ओ बाके मोरे सैयां
पडू में तोहरी बाइयाँ
यह गोरी मोरी बाइयाँ तू थाम ले
हुई सावन मैली
रात रुक के भी ना ठहरी
कही वो धुप सुहनेरी
तेरे नाम की
बैठी में तारे गिन गिन
ढूंढे मेरी अखियां पलछिन
अपने मिलन की रात को
पायली छुन मन छुन मन
झांझरी रुनझुन रुनझुन
कितना मधुर है ये मिलन
सैयां सैयां सैयां सैयां (आ आ)