चले हैं इश्क लड़ाने
बने हैं आशिक पुराने, वाह वाह
हालत इनकी यही रही तो
जायेंगे इक दिन थाने, अरे अरे अरे
चले हैं इश्क लड़ाने
सूरत तो देखों जरा लगते वे लंगूर हैं
सूरत तो देखों जरा लगते वे लंगूर है
समझा दो इनको कोई, ये खट्टे अंगूर हैं
सुर से इनके पुच्छे हिले
मानें वा ना मानें हे हे हे
चले हैं इश्क लड़ाने
देख ली कोई छोकरी, बस पीछे पड़ जायेंगे
देख ली कोई छोकरी, बस पीछे पड़ जायेंगे
आदत से अपनी कभी, लिच्चर बाज ना आयेंगे
कभी बजायेंगे ये सिटियाँ, कभी गाएंगें गाने
चलें हैं इश्क लड़ाने
कोई शिरी हो ना हो, ये पक्के फरहाद हैं
कोई शिरी हो ना हो, ये पक्के फरहाद हैं
मजनू राँझा क्या हुए, ये सबके उस्ताद हैं
बड़ी दूर से आये हमको, प्यार का सबक पढ़ाने
चलें हैं इश्क लड़ाने
बने हैं आशिक पुराने, अहा हां हा
हालत इनकी यही रही तो
जायेंगे इक दिन थाने, हाय हाय हाय
चले हैं इश्क लड़ाने