हा हा हा संभल के भाई
चलना संभल के जी
संभल संभल के चलना
चलना संभल के जी
संभल संभल के चलना
हो राही हो हो राही हो
चलना संभल संभल के जी
चलना संभल के
हो चलना संभल संभल के जी
चलना संभल के
ओ गाड़ी वाले
देख गली के खडके गाड़ी रे चलाये
नाजुक नाजुक दिल है मेरा हचके न खाये
जीया हचके न खाये
अटक अटक क्यों तू बोले
ये तो मीठे मीठे हिचकोले
लगे हलके हलके
हो चलना संभल संभल के जी
चलना संभल के
मंजिल है कितनी दूर
मंजिल है कितनी दूर
जानू न हाय रे
सोच के यही मेरा
जिया घबराये रे
जिया घबराये रे
होने आयी शाम
होने आयी शाम
एक न तारा झलके
हो चलना संभल संभल के जी
चलना संभल के
मिलो की कोसो की तू देखना दुरी
तू देखना दुरी
मन में जो आशा तेरी
होगी वो पूरी
होगी वो पूरी
सूरज निकलेगा
फिर एक बार चलके
हो चलना संभल संभल के जी(हो चलना संभल संभल के जी)
चलना संभल के(चलना संभल के)
हो चलना संभल संभल के जी(हो चलना संभल संभल के जी)
चलना संभल के(चलना संभल के)
होशियार ख़बरदार