चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है
आँखों में सुरूर आ जाता है
चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है
आँखों में सुरूर आ जाता है
जब तुम मुझे अपना कहते हो
अपने पे गुरूर आ जाता है
चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है
तुम हुस्न की खुद इक दुनिया हो
शायद ये तुम्हे मालूम नहीं
तुम हुस्न की खुद इक दुनिया हो
शायद ये तुम्हे मालूम नहीं
शायद ये तुम्हे मालूम नहीं
महफ़िल में तुम्हारे आने से
हर चीज़ पे नूर आ जाता है
जब तुम मुझे अपना कहते हो
अपने पे गुरूर आ जाता है
चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है
हम पास से तुमको क्या देखें
तुम जब भी मुकाबिल आते हो
हम पास से तुमको क्या देखें
तुम जब भी मुकाबिल आते हो
तुम जब भी मुकाबिल आते हो
बेताब निगाहों के आगे
पर्दा सा ज़ुरूर आ जाता है
जब तुम मुझे अपना कहते हो
अपने पे गुरूर आ जाता है
चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है
जब तुमसे मोहब्बत की हमने
तब जाके कहीं ये राज़ खुला
जब तुमसे मोहब्बत की हमने
तब जाके कहीं ये राज़ खुला
तब जाके कहीं ये राज़ खुला
मरने का सलीका आते ही
जीने का शऊर आ जाता है
जब तुम मुझे अपना कहते हो
अपने पे गुरूर आ जाता है
चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है
आँखों में सुरूर आ जाता है
चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है