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Asha Bhosle - Commentry Tabassum And Aaiye Meharban Lyrics

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Asha Bhosle - Commentry Tabassum And Aaiye Meharban Lyrics
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आशा जी बोहोत मज़ाकिया है
एक दिन कहने लगी
मैंने मधुबाला से कहा
आओ कुश्ती हो जाये
मधुबाला घबरा गयी कहने लगी
कुश्ती किसकी कुश्ती
मैंने कहा
तुम्हारी अच्छी शकल की और मेरी अच्छी आवाज की
देखे कौन जीता है
अहम हम्म अहम अहहाहा अहहाहा
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ

कैसे हो तुम नौजवाँ
इतने हसीं मेहमान
कैसे हो तुम नौजवाँ
इतने हसीं मेहमान
कैसे करूँ मैं बयाँ
दिल की नहीं है ज़ुबाँ
कैसे करूँ मैं बयाँ
दिल की नहीं है ज़ुबाँ
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ

देखा मचल के जिधर
बिजली गिरा दी उधर
देखा मचल के जिधर
बिजली गिरा दी उधर
किसका जला आशियाँ
बिजली को ये क्या खबर
किसका जला आशियाँ
बिजली को ये क्या खबर
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ
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आशा जी बोहोत मज़ाकिया है
एक दिन कहने लगी
मैंने मधुबाला से कहा
आओ कुश्ती हो जाये
मधुबाला घबरा गयी कहने लगी
कुश्ती किसकी कुश्ती
मैंने कहा
तुम्हारी अच्छी शकल की और मेरी अच्छी आवाज की
देखे कौन जीता है
अहम हम्म अहम अहहाहा अहहाहा
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ

कैसे हो तुम नौजवाँ
इतने हसीं मेहमान
कैसे हो तुम नौजवाँ
इतने हसीं मेहमान
कैसे करूँ मैं बयाँ
दिल की नहीं है ज़ुबाँ
कैसे करूँ मैं बयाँ
दिल की नहीं है ज़ुबाँ
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ

देखा मचल के जिधर
बिजली गिरा दी उधर
देखा मचल के जिधर
बिजली गिरा दी उधर
किसका जला आशियाँ
बिजली को ये क्या खबर
किसका जला आशियाँ
बिजली को ये क्या खबर
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ
बैठिये जानेजाँ
शौक़ से लीजिये जी
इश्क के इम्तहाँ
आइये मेहरबाँ
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Qamar Jalalabadi, O P Nayyar
Copyright: Lyrics © Royalty Network
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