दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
हिज्र जब तूने दिया है
तो मिला किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
अक्स बिखरा है तेरा
टूट के आईने के साथ
अक्स बिखरा है तेरा
टूट के आईने के साथ
हो गई ज़ख़्म नज़र अक्स
चुना किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
मैं सफ़र में हूँ
मेरे साथ जुदाई तेरी
मैं सफ़र में हूँ
मेरे साथ जुदाई तेरी
हमसफ़र ग़म हैं तो फिर किसको
जुदा किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
खिल उठे गुल
या खुले दस्त-ए-हिनाई तेरे
खिल उठे गुल
या खुले दस्त-ए-हिनाई तेरे
हर तरफ़ तू है तो फिर तेरा
पता किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
तेरे लब तेरी निगाहें
तेरा आरिज़ तेरी ज़ुल्फ़
तेरे लब तेरी निगाहें
तेरा आरिज़ तेरी ज़ुल्फ़
इतने ज़िंदा हैं तो इस दिल को
रिहा किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें
हिज्र जब तूने दिया है
तो मिला किससे करें
दर्द जब तेरी अता है
तो गिला किससे करें