हमारे ख्वाबो के अंजुमन मे
हमारे ख्वाबो के अंजुमन मे
जो याद हमको मिली थी तुमसे
वो याद शम्मा के जैसी अब तक
वो याद शम्मा के जैसी अब तक
हमारे दिल मे बाहेक रही हैं
तुम्हारी नज़रो मे हमने देखा
अजब सी चाहत झलक रही हैं
तुम्हारी नज़रो मे हमने देखा
अजब सी चाहत झलक रही हैं