बताऊँ बात तो बातो
से बात बढती है
और छुपाऊँ बात तो
ये बात सर पे चढती है
उधर की बात न बिगड़े
इधर की बात रहे
बचा के बात हमें बात
ये कहनी पड़ती है
क्या
ये है प्यार के नज़ारे
हुल्ले हुल्ला रे
हुल्ले हुल्ला रे(हुल्ले हुल्ला रे)
निगाहो के हँसी इशारे
हुल्ले हुल्ला रे
हुल्ले हुल्ला रे(हुल्ले हुल्ला रे)
ये है प्यार के नज़ारे
हुल्ले हुल्ला रे
हुल्ले हुल्ला रे(हुल्ले हुल्ला रे)
आ आ आ आ आ आ
कभी नखरा ओ हो, कभी झगड़ा
कभी शोख़ी म्म कभी गुस्सा
कभी नखरा
कभी झगड़ा
कभी शोख़ी
कभी गुस्सा
न ये इंकार न इक़रार
इस में जित है न हार
तौबा इश्क़ का व्यापार
तौबा तौबा
हो तौबा इश्क़ का व्यापार
कैसा खेल है प्यारे
जो इस तकरार को ही प्यार
कहते है तो हम हारे
हे ये है प्यार के नज़ारे
हुल्ले हुल्ला रे हुल्ले हुल्ला रे
निगाहो के हँसी इशारे
हुल्ले हुल्ला रे हुल्ले हुल्ला रे
ये है प्यार के नज़ारे
हुल्ले हुल्ला रे हुल्ले हुल्ला रे
ल ल लल्ला ल ल लल्ला ल ल लल्ला
ल ल लल्ला ल ल लल्ला ल ल लल्ला
कभी बादल कभी बिजली
कभी गुड़िया कभी तितली
कभी(बादल) कभी(बिजली)
कभी(गुड़िया) कभी(तितली)
कही महँकी हुई जुल्फें
कही बहकी हुई नज़रे
जो बढकर रोक ले राहे
तो अपना दोष क्या प्यारे
के हम तो देखते है
शोख़ पे अंदाज तो मारे
हे ये है प्यार के नज़ारे
हुल्ले हुल्ला रे हुल्ले हुल्ला रे
निगाहो के हँसी इशारे
हुल्ले हुल्ला रे हुल्ले हुल्ला रे
ये है प्यार के नज़ारे
हुल्ले हुल्ला रे हुल्ले हुल्ला रे.