किस्मत अगर है साथ तुम्हारे तो क्या हुआ
किस्मत अगर है साथ तुम्हारे तो क्या हुआ
हो बेबस है हम नसिब के मारे तो क्या हुआ
हो किस्मत अगर है साथ तुम्हारे तो क्या हुआ
हो जल्दी नहीं है कही रुक पल कभी हवा
हो जल्दी नहीं है कही रुक पल कभी हवा
रुक पल कभी हवा
हो कश्ती भवर में ले कर हारे तो क्या हुआ
हो कश्ती भवर में ले कर हारे तो क्या हुआ
हो किस्मत अगर है साथ तुम्हारे तो क्या हुआ
आ आ आ हम अपनों को न देख न पाएंगे फिर उन्हें
हम अपनों को न देख न पाएंगे फिर उन्हें
पाएंगे फिर उन्हें
बेरंग हो गए हैं नज़ारे तो क्या हुआ
हो बेरंग हो गए हैं नज़ारे तो क्या हुआ
आ किस्मत अगर है साथ तुम्हारे तो क्या हुआ