मन मेरा चाहे मेहंदी रचा लूँ
बिंदिया लगा लूँ सजना
मन मेरा चाहे मेहंदी रचा लूँ
बिंदिया लगा लूँ सजना
सजके के देखु राह तेरी
आके भर दे मांग मेरी
मन मेरा चाहे मेहंदी रचा लूँ
बिंदिया लगा लूँ सजना
बिंदिया लगा लूँ सजना
पिया तेरे रंगो पे
खिली हु मै ऐसे
जब मिले मौसम गले
तो खिल गए फूल जैसे
पिया तेरे रंगो पे
खिली हु मै ऐसे
जब मिले मौसम गले
तो खिल गए फूल जैसे
मुझमे ऐसे तुम समाये
मेरे सपने मुस्कुराये
मन मेरा चाहे मेहंदी रचा लूँ
बिंदिया लगा लूँ सजना
घड़ी-घड़ी डोले रे
बोले मेरा मन रे
फिर वोही बरसे घटा
भीगे मेरा तन-बदन ये
घड़ी-घड़ी डोले रे
बोले मेरा मन रे
फिर वोही बरसे घटा
भीगे मेरा तन-बदन ये
तूने कैसे गीत गाए
चैन मुझको अब न आए
मन मेरा चाहे मेहंदी रचा लूँ
बिंदिया लगा लूँ सजना