आ आ किसीने यह क्यों
दिल की दुनिया बनायी
बनाके फिर इसमें
मोहब्बत बसायी
मोहब्बत ने आते ही
क्या गुल खिलाये
तड़पकर लगा दिल
यह देणे दुहाई
क्या मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
दिखाये दिन को यह तारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
दिखाये दिन को यह तारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मेरी तौबा मेरी तौबा
आ आ आ
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
आ आ
यह सूरत से तोह शबनम है
मगर सीरत से चिंगारी है
किसी दुश्मन को भी न हो
जमाने में यह बिमारी
हाँ हो मैरे बेमौत बेचारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मरे बेमौत बेचारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मेरी तौबा मेरी तौबा
आ आ आ
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
आ आ आ
निशाना जो बने इसका का
बड़ा मजलूम वह दिल है
हाँ इशारों से करे बिस्मिल
यह वह मासूम कातिल है
हाँ आ आ
यहाँ शैतान भी हरा
मेरी तौबा मेरी तौबा
यहाँ शैतान भी हरा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मेरी तौबा मेरी तौबा
आ आ आ
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा
मोहब्बत ने मुझे मारा
मेरी तौबा मेरी तौबा