ओ अमीरों के परमेश्वर
हम गरीबो की भी ले खबर
देखो हम लुट रहे है तेरे राज में
कुछ हमारा भी इंसाफ कर
ओ अमीरों के परमेश्वर
एक पत्थर दिल पे रखकर
तेरे जग में है हम जी रहे
चुपके चुपके सबसे चुपके
ज़िन्दगी का जहर पी रहे
कौन जाने किस रोज होगा ख़तम
कौन जाने किस रोज होगा ख़त्म
आँसुओ से भरा वे सफ़र
ओ अमीरों के परमेश्वर
हम गरीबो की भी ले खबर
देखो हम लुट रहे है तेरे राज में
कुछ हमारा भी इंसाफ कर
ओ अमीरों के परमेश्वर
मन के अन्दर दुःख छुपकर
हाय बरसों से हम दो रहे
क्या बताये क्या सुनावे
हम पे क्या क्या सितम हो रहे
हम तो जीते है दाता तेरे वेश में
हम तो जीते है दाता तेरे वेश में
आज तलवार की धार पर
ओ अमीरों के परमेश्वर
हम गरीबो की भी ले खबर
देखो हम लुट रहे है तेरे राज में
कुछ हमारा भी इंसाफ कर
ओ अमीरों के परमेश्वर