Back to Top

Asha Bhosle - Teri Meri Hai Nazar Qatil Ki Lyrics

theme

Asha Bhosle - Teri Meri Hai Nazar Qatil Ki Lyrics
Official




तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की
हाय तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की

तू शराबी है तेरे हाथ में पैमाना है
मेरे हाथों में छलकता हुआ मयखाना है
हम वो सकीय है जो दीवाना बना देते है
जाम खाली हो तो नजरो से पिला देते है
ये जवानी ये अदा इसका है और नशा
जैम ये जिसने पीया मस्त होकर वो गिरा
जरा निगाह उठा दिवाने
जरा निगाह उठा दिवाने
आज निकल जाये तमन्ना दिल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की

प्यार में जा की परवाह नहीं क इजति
दिल में हो दर्द मगर आह नहीं की जाती
प्यार करते है जो घर बार लुटा देते है
कतल हो जाये तो कातिल को दुआ देते है
क्या खबर तुझको भला
प्यार है कैसी बला
आग उस दिल में उठी शोला इस दिल में उठा
इशारा मेरा समझले दिलबर
इशारा मेरा समझले दिलबर
बात नहीं ऐसी कोई मुस्किल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की

नाम मेरा भी है बिजली तू अगर ज्वाला है
न समझ अकेला तू ही दिलवाला है
छेद दोनों में चलेगी तो मजा आयेगा
आग से आग मिलेगी तो मजा आयेगा
कुछ तेरी बात बने कुछ मेरी बात बने
रात ढलने दे जरा फिर कोई बा बने
किसी का तू भी अगर घायल हो
किसी का तू भी अगर घायल हो
जानेगा बात फिर किसी घायल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की
हाय तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की

तू शराबी है तेरे हाथ में पैमाना है
मेरे हाथों में छलकता हुआ मयखाना है
हम वो सकीय है जो दीवाना बना देते है
जाम खाली हो तो नजरो से पिला देते है
ये जवानी ये अदा इसका है और नशा
जैम ये जिसने पीया मस्त होकर वो गिरा
जरा निगाह उठा दिवाने
जरा निगाह उठा दिवाने
आज निकल जाये तमन्ना दिल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की

प्यार में जा की परवाह नहीं क इजति
दिल में हो दर्द मगर आह नहीं की जाती
प्यार करते है जो घर बार लुटा देते है
कतल हो जाये तो कातिल को दुआ देते है
क्या खबर तुझको भला
प्यार है कैसी बला
आग उस दिल में उठी शोला इस दिल में उठा
इशारा मेरा समझले दिलबर
इशारा मेरा समझले दिलबर
बात नहीं ऐसी कोई मुस्किल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की

नाम मेरा भी है बिजली तू अगर ज्वाला है
न समझ अकेला तू ही दिलवाला है
छेद दोनों में चलेगी तो मजा आयेगा
आग से आग मिलेगी तो मजा आयेगा
कुछ तेरी बात बने कुछ मेरी बात बने
रात ढलने दे जरा फिर कोई बा बने
किसी का तू भी अगर घायल हो
किसी का तू भी अगर घायल हो
जानेगा बात फिर किसी घायल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
आ तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की
तेरी मेरी है नजर कातिल की
खैर नहीं खैर नहीं महफ़िल की
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Majrooh Sultanpuri, Naushad
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind

Back to: Asha Bhosle



Asha Bhosle - Teri Meri Hai Nazar Qatil Ki Video
(Here for Video at the top of page)

Tags:
No tags yet