Back to Top

Asha Bhosle - Tum Saiyan Gulab Ke Phool Lyrics

theme

Asha Bhosle - Tum Saiyan Gulab Ke Phool Lyrics
Official




तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल

तुम सैंय्या गुलाब के फूल हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले क्यूँ नाता तोड़ चले
तुम सैंय्या गुलाब के फूल हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले क्यूँ नाता तोड़ चले
हो सैंय्या

मन में करो न पीया इतना विचार
मीठी मीठी लागे प्यार में तकरार
मन में करो न पीया इतना विचार
मीठी मीठी लागे प्यार में तकरार
तुम रूठो पीया रूठो चाहे रूठो हज़ारों बार
मनाऊँ दिलदार क्यूँ नज़रें मोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल जो हमको छोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले
होय सैंय्या

आज नहीं माने तो
आज नहीं माने तो मैं ज़रा न डरूँगी
ज़हर पियूँगी कड़ी कड़ी ही मरूँगी
आज नहीं माने तो मैं ज़रा न डरूँगी
ज़हर पियूँगी कड़ी कड़ी ही मरूँगी
तुमने हमसे पिया हमसे काहे हमसे मिलाये नैन
चुराया मेरा चैन करेजवा निचोड चले
क्यूँ नाता तोड़ चले तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल जो हमको छोड़ चले
नाता तोड़ चले
होय सैंय्या

तुम को मनाये कड़ी नार ये हारि
मानो मानो पीया तुम जीते मैं हरी
माफ़ कर दो माफ़ कर दो
माफ़ कर दो हमारी भूल चरण की हूँ धुल
जो संग संग दौड़ चली क्यूँ नाता तोड़ चले
तुम सैंय्या गुलाब के फूल हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले क्यूँ नाता तोड़ चले
होय सैंय्या
तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले
तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल

तुम सैंय्या गुलाब के फूल हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले क्यूँ नाता तोड़ चले
तुम सैंय्या गुलाब के फूल हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले क्यूँ नाता तोड़ चले
हो सैंय्या

मन में करो न पीया इतना विचार
मीठी मीठी लागे प्यार में तकरार
मन में करो न पीया इतना विचार
मीठी मीठी लागे प्यार में तकरार
तुम रूठो पीया रूठो चाहे रूठो हज़ारों बार
मनाऊँ दिलदार क्यूँ नज़रें मोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल जो हमको छोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले
होय सैंय्या

आज नहीं माने तो
आज नहीं माने तो मैं ज़रा न डरूँगी
ज़हर पियूँगी कड़ी कड़ी ही मरूँगी
आज नहीं माने तो मैं ज़रा न डरूँगी
ज़हर पियूँगी कड़ी कड़ी ही मरूँगी
तुमने हमसे पिया हमसे काहे हमसे मिलाये नैन
चुराया मेरा चैन करेजवा निचोड चले
क्यूँ नाता तोड़ चले तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल जो हमको छोड़ चले
नाता तोड़ चले
होय सैंय्या

तुम को मनाये कड़ी नार ये हारि
मानो मानो पीया तुम जीते मैं हरी
माफ़ कर दो माफ़ कर दो
माफ़ कर दो हमारी भूल चरण की हूँ धुल
जो संग संग दौड़ चली क्यूँ नाता तोड़ चले
तुम सैंय्या गुलाब के फूल हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले क्यूँ नाता तोड़ चले
होय सैंय्या
तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले
तुम सैंय्या गुलाब के फूल
हुयी क्या हमसे भूल
जो हमको छोड़ चले
क्यूँ नाता तोड़ चले
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Bharat Vyas, C Ramchandra
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind

Back to: Asha Bhosle



Asha Bhosle - Tum Saiyan Gulab Ke Phool Video
(Here for Video at the top of page)

Tags:
No tags yet