[ Featuring Hemant Kumar ]
वो चाँद
वो चाँद नहीं है
दिल है किसी दीवाने का
दिल है किसी दीवाने का
वो चाँद
आकाश जिसे कहती दुनिया
आकाश जिसे कहती दुनिया
वो नाम है इक विराने का
वो चाँद
दीवाने के दिल की ही तरह
दीवाने के दिल की ही तरह
वो रातो जलाता रहता है
इस नीद की माटि नगरी में
वो कुछ न किसी से कहता है
है उस में शामा की बेचैनी
है उस में शामा की बेचैनी
और प्यार भी है परवाने का
वो चाँद
जब से पहलू से गया है दिल
किसी पहलु नींद नहीं आती
जो सूरत दिल में समायी है है ए ए ए
जो सूरत दिल में समायी है
वो सूरत दिल से नहीं जाती
वो सूरत दिल से नहीं जाती
आओ आँचल पतला जाओ
क्या रात है दिल में समाने का
क्या रात दिल में समाने का
क्या रात