ह्म ह्म ह्म आपका मुस्कराना
मुझे देख कर आपका मुस्कराना
महोब्बत नहीं है तो फिर और क्या है
हो मुझे देख कर आपका मुस्कराना
ओ हो हो
मुझे तुम बेगाना कह लो या के दीवाना
मगर ये दीवाना जाने दिल का फ़साना
बनावट में दिल की हक़ीक़त छुपाना
महोब्बत नहीं है तो फिर और क्या है
हो मुझे देख कर आपका मुस्कराना
ओ हो हो
खयालों में खोयी खोयी रहती हो ऐसे
मुसाफिर की चलती फिरती तसवीर जैसे
अदा आशिक़ी की नज़र शायराना
महोब्बत नहीं है तो फिर और क्या है
हो मुझे देख कर आपका मुस्कराना
हो गया