ये कैसी जगह ले आये हो तुम
ये कैसी नयी दिल गाये है धुन
मैं मीरा सी दीवानी हो गयी
इस दुनिया से बेगानी हो गयी
मेरे होठों पे जो भटके
कई जन्मों की प्यास है
मेरे अमृत का वो प्याला बस तेरे पास है
ये कैसी जगह ले आये हो तुम
ये कैसी नयी दिल गाये है धुन
रात मेरी आँखों आँखों में कट गयी
रोशनी में तेरी सुबह सी हो गयी
रात मेरी आँखों आँखों में कट गयी
रोशनी में तेरी सुबह सी हो गयी
चेहरा हूँ मैं, मेरा रूप हो तुम
ये कैसी जगह ले आये हो तुम
आज उस खुदा से मुझे कुछ ना चाहिए
सिर्फ तेरे आगे सिर झुकना चाहिए
आज उस खुदा से मुझे कुछ ना चाहिए
सिर्फ तेरे आगे सिर झुकना चाहिए
मेरी हर दुआ में हो तुम ही तुम
ये कैसी जगह ले आये हो तुम