[ Featuring Manish Kumar ]
मैं कब से कह रहा हूँ
क्या कह रहे हो
मैं कब से कह रहा हूँ
बोलो न
जल्दी से मिलने आजा
में uncle के
यहाँ ठहरा हूँ
जल्दी से मिलने आजा
में uncle के
यहाँ ठहरा हूँ
तुझे मिलाना तो माफिक हैं
तुझे मिलाना तो माफिक हैं
इक तुहि आशिक़ नहीं
तेरे uncle भी आशिक़ हैं
इक तुहि आशिक़ नहीं
तेरे uncle भी आशिक़ हैं
ऐसा क्या
आसमान पे तारे हैं
आसमान पे तारे हैं
क्या करे uncle बिचारे
वो भी तो कुंवारे हैं
क्या करे uncle बिचारे
वो भी तो कुंवारे हैं
झूठ बोलने पे सताऊँगी
झूठ बोलने पे सताऊँगी
अपनी गली के कुत्ते
तेरे पीछे भगाऊँगी
अपनी गली के कुत्ते
तेरे पीछे भगाऊँगी
तेरे घर तक आउंगा
तेरे घर तक आउंगा
तेरी गली के कुत्ते
मैं सीने से लगाउंगा
तेरी गली के कुत्ते
मैं सीने से लगाउंगा
हुस्ने का झगड़ा ही क्या (हुस्ने का झगड़ा ही क्या)
हुस्ने का झगड़ा ही क्या (हुस्ने का झगड़ा ही क्या)
जब गैल आन मिले (जब गैल आन मिले)
सारे शिकवे जाता रहा (सारे शिकवे जाता रहा)
जब गैल आन मिले (जब गैल आन मिले)
सारे शिकवे जाता रहा (सारे शिकवे जाता रहा)