क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
ना तू मेरे साथ है ना तू मेरे पास है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
लम्हा लम्हा मेरी ज़िंदगी
धड़कनों में तेरी मौजूदगी
मैं हूँ जहां तू है वहीं
तुझसे दूरी ऐसा भी नहीं
राहतें हैं वहीं क़ुरबत वहीं
यूँ लगे के कुछ भी बदला नहीं
चल रही थी बन के साँस है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
तनहा तनहा हर पल कमी
तू नहीं है फिर भी तू है यहीं
परछाइयों में तेरा निशां
आहटों में है तेरा गुमां
मुझमें ज़िंदा है तू ये है यकीन
जुदा होके भी तू जुदा नहीं
मिलने की क्यों फिर दिल को आस है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
ना तू मेरे साथ है ना तू मेरे पास है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है
क्या वजह है के तेरा ही एहसास है