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Divya Kumar - Dum Kham Lyrics



Divya Kumar - Dum Kham Lyrics
Official




ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम
ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम
हाँ दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम
हाँ दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के

हो यार फकिरे पर्वत चीरे हो
हो यार फकिरे पर्वत चीरे
आँधी भी ना रोक सकी रे
फाकड़ बंदा बुल तकदीरे
किस्मत अपनी तोड़ ताड़ के
हन दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के

दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म
दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म
दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म (दम ख़म दम ख़म)
दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म (हो)
हो

हो जितनी भी थी अककड़ फौलादी
तोड़ गिरा दी बारी बारी हो, हो (हो)
हो यह जुनून है गरम खून है
ज़िद्दी हैं ज़िद कभी ना हारी हो (हाँ)

जितनी भी थी अकाद फौलादी
तोड़ गिरा दी बारी बारी
ये जुनून है गरम खून है
ज़िद्दी है, ज़िद कभी ना हारी

एक होसला ज़रा सा (एक होसला ज़रा सा)
कुछ दर्द भी भरा सा (कुछ दर्द भी भरा सा)

पर यार फकिरे पर्वत चीरे
हो यार फकिरे पर्वत चीरे
आँधी भी ना रोक सकी रे
फाकड़ बंदा बुन तकदिरे
किस्मत अपनी तोड़ ताड़ के

हन दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
ज़िद्दी है ज़िद कभी ना हारे ना हारे (दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के)
कभी ना हारे (दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के)

दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
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ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम
ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम
हाँ दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम ऐ दम दम
हाँ दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के

हो यार फकिरे पर्वत चीरे हो
हो यार फकिरे पर्वत चीरे
आँधी भी ना रोक सकी रे
फाकड़ बंदा बुल तकदीरे
किस्मत अपनी तोड़ ताड़ के
हन दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के

दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म
दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म
दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म (दम ख़म दम ख़म)
दम ख़म दम ख़म दम ख़म दम ख़म (हो)
हो

हो जितनी भी थी अककड़ फौलादी
तोड़ गिरा दी बारी बारी हो, हो (हो)
हो यह जुनून है गरम खून है
ज़िद्दी हैं ज़िद कभी ना हारी हो (हाँ)

जितनी भी थी अकाद फौलादी
तोड़ गिरा दी बारी बारी
ये जुनून है गरम खून है
ज़िद्दी है, ज़िद कभी ना हारी

एक होसला ज़रा सा (एक होसला ज़रा सा)
कुछ दर्द भी भरा सा (कुछ दर्द भी भरा सा)

पर यार फकिरे पर्वत चीरे
हो यार फकिरे पर्वत चीरे
आँधी भी ना रोक सकी रे
फाकड़ बंदा बुन तकदिरे
किस्मत अपनी तोड़ ताड़ के

हन दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
दुनिया सारी छोड़ छाड़ के
दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
ज़िद्दी है ज़िद कभी ना हारे ना हारे (दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के)
कभी ना हारे (दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के)

दम ख़म दम ख़म जोड़ जाड के
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Writer: Rakesh Kumaar
Copyright: Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

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(Show video at the top of the page)


Performed By: Divya Kumar
Length: 3:03
Written by: Rakesh Kumaar

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