फिर छिड़ी रात, बात फूलों की
फिर छिड़ी रात, बात फूलों की
रात है या बारात फूलों की
रात है या बारात फूलों की
फिर छिड़ी रात, बात फूलों की (फूलों की)
फूल के हार, फूल के गजरे
फूल के हार, फूल के गजरे
शाम फूलों की, रात फूलों की
शाम फूलों की, रात फूलों की
फिर छिड़ी रात, बात फूलों की (फिर छिड़ी रात, बात फूलों की)
फिर छिड़ी रात, बात फूलों की
फिर छिड़ी रात, बात फूलों की (फूलों की)