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DJ HARSHIT SHAH - Kaahe Apnon Ke [Jhankar Beats] Lyrics



DJ HARSHIT SHAH - Kaahe Apnon Ke [Jhankar Beats] Lyrics
Official





काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम
काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम

कैसा तमाशा गैर की तड़पन
मन को मेरे तड़पाती है
तेरे बन्दे का खून है बेहेता
तुझको दया नहीं आती है
तुझीको हसेंगे लोग तमाम
तुझीको हसेंगे लोग तमाम
काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम

चाहे तू जितना चुप रहे रामा
मैना कभी ऐसे हारूंगा
हा तुहि केहेदे तू नहीं मेरा
फिर मैं कभी ना पुकारूंगा
आगे समझना तेरा काम आगे समझना तेरा काम
काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम
[ Correct these Lyrics ]

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काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम
काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम

कैसा तमाशा गैर की तड़पन
मन को मेरे तड़पाती है
तेरे बन्दे का खून है बेहेता
तुझको दया नहीं आती है
तुझीको हसेंगे लोग तमाम
तुझीको हसेंगे लोग तमाम
काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम

चाहे तू जितना चुप रहे रामा
मैना कभी ऐसे हारूंगा
हा तुहि केहेदे तू नहीं मेरा
फिर मैं कभी ना पुकारूंगा
आगे समझना तेरा काम आगे समझना तेरा काम
काहे अपनों के काम नहीं आये तू
केहेते है सबकी बिगड़ी राम बनाये तू
हे राम
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Majrooh Sultanpuri, R D Burman
Copyright: Lyrics © Royalty Network




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