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DJ HARSHIT SHAH - Kahin Pe Nigahen Kahin Pe Nishana [Jhankar Beats] Lyrics



DJ HARSHIT SHAH - Kahin Pe Nigahen Kahin Pe Nishana [Jhankar Beats] Lyrics
Official




[ Featuring DJ MHD IND ]

कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
जीने दो जालिम बनाओ
ना दीवाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

कोई ना जाने इरादे हैं किधर के
कोई ना जाने इरादे हैं किधर के
मार ना देना तीर नज़र का
किसी के जिगर पे
मार ना देना तीर नज़र का
किसी के जिगर पे
नाज़ुक ये दिल है
बचाना ओ बचाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

तौबा जी तौबा निगाहो का मचलना
तौबा जी तौबा निगाहो का मचलना
देख भाल के ऐ दिलवालो पहलू बदलना
देख भाल के ऐ दिलवालो पहलू बदलना
काफ़िर अदा की अदा हैं मस्ताना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

ज़ख्मी हैं तेरे
जाए तो कहा जाए
ज़ख्मी हैं तेरे
जाए तो कहा जाए
तेरे तीर के मारे हुए
देते हैं सदाए
तेरे तीर के मारे हुए
देते हैं सदाए
कर दो जी घायल
तुम्हारा हैं ज़माना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

आया शिकारी
ओ पँछी तू संभल जा
आया शिकारी
ओ पँछी तू संभल जा
एक जाल हैं ज़ुल्फो का तू चुपके से निकल जा
एक जाल हैं ज़ुल्फो का तू चुपके से निकल जा
उड जा ओ पँछी
शिकारी हैं दीवाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
[ Correct these Lyrics ]

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कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
जीने दो जालिम बनाओ
ना दीवाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

कोई ना जाने इरादे हैं किधर के
कोई ना जाने इरादे हैं किधर के
मार ना देना तीर नज़र का
किसी के जिगर पे
मार ना देना तीर नज़र का
किसी के जिगर पे
नाज़ुक ये दिल है
बचाना ओ बचाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

तौबा जी तौबा निगाहो का मचलना
तौबा जी तौबा निगाहो का मचलना
देख भाल के ऐ दिलवालो पहलू बदलना
देख भाल के ऐ दिलवालो पहलू बदलना
काफ़िर अदा की अदा हैं मस्ताना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

ज़ख्मी हैं तेरे
जाए तो कहा जाए
ज़ख्मी हैं तेरे
जाए तो कहा जाए
तेरे तीर के मारे हुए
देते हैं सदाए
तेरे तीर के मारे हुए
देते हैं सदाए
कर दो जी घायल
तुम्हारा हैं ज़माना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना

आया शिकारी
ओ पँछी तू संभल जा
आया शिकारी
ओ पँछी तू संभल जा
एक जाल हैं ज़ुल्फो का तू चुपके से निकल जा
एक जाल हैं ज़ुल्फो का तू चुपके से निकल जा
उड जा ओ पँछी
शिकारी हैं दीवाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
[ Correct these Lyrics ]
Writer: MAJROOH SULTANPURI, ONKAR PRASAD NAYYAR
Copyright: Lyrics © Royalty Network




DJ HARSHIT SHAH - Kahin Pe Nigahen Kahin Pe Nishana [Jhankar Beats] Video
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