[ Featuring DJ MHD IND, M. M. Kreem ]
माँ ने कहा छाई घटा
तो बरसे पानी ये पानी मगर
आँखों में क्यूँ आ गया
बादल कहाँ छा गया
कितनी बड़ी है ये दुनिया मैं
कितना अकेला ओ ओ
बिलकुल अकेला मैं टूटे
खिलौनों से खेला हो ओ ओ हो ओ
ये कैसा जीवन मिला
मुझको खैरात में हो ओ ओ हो ओ
हूँ हूँ हूँ हूँ
हूँ हूँ हूँ हूँ
हूँ हूँ हूँ हूँ