परबत के पीछे
चम्बे डा गाँव
परबत के पीछे
चम्बे डा गाँव
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
परबत के पीछे
चम्बे डा गाँव
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
हो ओ ओ ओ
हम तोह नहीं वह दीवाना जिनको
दीवाने लोग कहते हैं (हो ओ)
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
उनकी बातें सुनते है क्यूँ छुपकर सब जाने
उनकी बातें सुनते है क्यूँ छुपकर सब जाने
क्या क्या बातें करते रहते है वह अब्ब जाने
उन् दोनों को नींद नहीं आती क्यों रब जाने
तारों के साथ वह जगते है रात को
झरनों के साथ बहते हैं
परबत के पीछे
चम्बे डा गाँव
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
मिलेंगे या बिछड़ेंगे हाय राम क्या होगा
मिलेंगे या बिछड़ेंगे हाय राम क्या होगा
न जाने उन दोनों का अंजाम क्या होगा
मुफ्त में हो जाएंगे वह बदनाम क्या होगा
घर से निकलते रस्ते पे चलते ताने हजार सहते हैं
हम तोह नहीं वह दीवाना जिनको दीवाने लोग कहते हैं
ओ ओ ओ गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
हम्म हम्म हम्म हम्म (हम्म हम्म हम्म हम्म)