Back to Top

Sare Niyam Tod Do [Jhankar Beats] Video (MV)






DJ HARSHIT SHAH - Sare Niyam Tod Do [Jhankar Beats] Lyrics
Official




[ Featuring Asha Bhosle, DJ MHD IND ]

सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
सारे नियम तोड़ दो

नियम पे चलना छोड़ दो
अरे सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
आप भी बोलिए
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद

खाओ पियो मज़ा करो
खिलखिला कर हंसा करो
हाहा हा हा
खाओ पियो मज़ा करो
खिलखिला कर हंसा करो
कल की चिंता करेंगे कल
आज तो आज ही जिया दो
इसलिए
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
अरे सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
हम्म
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
बोलो

छी छी छी छी छी
हट
दिनके चौबीस घंटों में
आठ घंटे हैं सोने के
और चार हैं खाना पीना
दो हैं रोने धोने के
कुछ कपडे बदल के कतते में
कुल बाकी छे ही बचते हैं
Day मै कितना काम करे
खेलें या आराम करें
इसलिए
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
ऐ सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
आप भी तो बोलो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद

जिस बात में आनंद मिले
वो करने में हर्ज नहीं
हर चीज़ यहाँ पर महँगी है
हर चीज़ का चढ़ता पारा है
भाड़े से ऊंची बिल्डिंग में
बिल्डिंग से ऊँचा भाड़ा है
जिस बात में आनंद मिले
वो करने में हर्ज नहीं
हर चीज़ जहां पर महँगी हो
हंसने पर खर्च नहीं
इसलिए
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
अरे सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
आप भी बोलो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
हो इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
बोलो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
सारे नियम तोड़ दो

नियम पे चलना छोड़ दो
अरे सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
आप भी बोलिए
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद

खाओ पियो मज़ा करो
खिलखिला कर हंसा करो
हाहा हा हा
खाओ पियो मज़ा करो
खिलखिला कर हंसा करो
कल की चिंता करेंगे कल
आज तो आज ही जिया दो
इसलिए
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
अरे सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
हम्म
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
बोलो

छी छी छी छी छी
हट
दिनके चौबीस घंटों में
आठ घंटे हैं सोने के
और चार हैं खाना पीना
दो हैं रोने धोने के
कुछ कपडे बदल के कतते में
कुल बाकी छे ही बचते हैं
Day मै कितना काम करे
खेलें या आराम करें
इसलिए
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
ऐ सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
आप भी तो बोलो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद

जिस बात में आनंद मिले
वो करने में हर्ज नहीं
हर चीज़ यहाँ पर महँगी है
हर चीज़ का चढ़ता पारा है
भाड़े से ऊंची बिल्डिंग में
बिल्डिंग से ऊँचा भाड़ा है
जिस बात में आनंद मिले
वो करने में हर्ज नहीं
हर चीज़ जहां पर महँगी हो
हंसने पर खर्च नहीं
इसलिए
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
अरे सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
आप भी बोलो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
हो इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
बोलो
इन्क़िलाब ज़िंदाबाद
सारे नियम तोड़ दो
नियम पे चलना छोड़ दो
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Gulzar, R D Burman
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet