ये हँसता हुआ कारवाँ ज़िन्दगी का
न पूछो चला है किधर
तमन्ना है ये, साथ चलते रहें हम
न बीते कभी ये सफ़र
ये हँसता हुआ कारवाँ ज़िन्दगी का
न पूछो चला है किधर (हाँ)
तमन्ना है ये, साथ चलते रहें हम
न बीते कभी ये सफ़र(वाह वाह)
ज़मीं से सितारों की दुनिया में जाएँ (हाँ हाँ)
वहाँ भी यही गीत उल्फ़त के गाएँ (अच्छा?)
ज़मीं से सितारों की दुनिया में जाएँ
वहाँ भी यही गीत उल्फ़त के गाएँ
मोहब्बत की दुनिया हो ग़म से बेगाना
रहे न किसी का भी डर (अजी डर कैसा?)
ये हँसता हुआ कारवाँ ज़िन्दगी का
न पूछो चला है किधर
तमन्ना है ये, साथ चलते रहें हम
न बीते कभी ये सफ़र (ये सफ़र)