चाँदनी रात मे
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
खुद पे इतराते हुए खुद से शरमाते हुए
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
नीले अंबर पे कही झूले मे
सात रंगो के हसीन झूले मे
नाज़-ओ-आदाज़ से
नाज़-ओ-आदाज़ से लहराते हुए
खुद पे इतराते हुए खुद से शरमाते हुए
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
ओ ओ ओ ओ
आ आ
जागती झील के साहिल पे कही
लेके हाथो मे कोई साज़-ए-हसी
एक रंगीन ग़ज़ल
एक रंगीन ग़ज़ल गाते हुए
फूल बरसाते हुए प्यार छलकाते हुए
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
खुलके बिखरे जो महकते गेसू
घुल गयी जैसे हवा मे कुशबू
मेरी हर साँस को
मेरी हर साँस को महकाते हुए
खुद पे इतराते हुए खुद से शरमाते हुए
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
ओ ओ ओ ओ आ आ
तूने चहरे पे झुकाया चहरा
मैंने हाथो से च्छुपाया चेहरा
लाज से शर्म से
लाज से शर्म से घबराते हुए
फूल बरसाते हुए प्यार छलकाते हुए
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है
चाँदनी रात मे एक बार तुझे देखा है