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Farhad - Khuda Mauzud Hai Lyrics



Farhad - Khuda Mauzud Hai Lyrics
Official




सच का गला घोट के
झूठ ने साजिश रचदी है
गुनेहगार ज़िंदा है
अब ज़ुर्म ने भी हद करदी है
जब कोई नही महफूज़ हो
इंसाफ़ से महरूम हो
तब दिल को कही ना कही लगता है
खुदा मौजूद है

यादा-यादा ही धर्मास्या
ग्लानि भावती भरते
अभ्युतानाम आधर्मास्या
तदतमानम सृजामयाहाँ

हैरत जदा मंज़र है
हर हाथ में खंजर है
ओह ओ नज़रे सभी कातिल है
अपराध का समंदर है

परित्रनाया सधुनाम
विनासया च दूसकर्ता
धर्मा संस्थापंरथाया
संभवमी यूगे-यूगे

लहू किसी का तो खौलेगा
इंसाफ़ कोई तोलेगा
खुदा मौजूद है
[ Correct these Lyrics ]

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सच का गला घोट के
झूठ ने साजिश रचदी है
गुनेहगार ज़िंदा है
अब ज़ुर्म ने भी हद करदी है
जब कोई नही महफूज़ हो
इंसाफ़ से महरूम हो
तब दिल को कही ना कही लगता है
खुदा मौजूद है

यादा-यादा ही धर्मास्या
ग्लानि भावती भरते
अभ्युतानाम आधर्मास्या
तदतमानम सृजामयाहाँ

हैरत जदा मंज़र है
हर हाथ में खंजर है
ओह ओ नज़रे सभी कातिल है
अपराध का समंदर है

परित्रनाया सधुनाम
विनासया च दूसकर्ता
धर्मा संस्थापंरथाया
संभवमी यूगे-यूगे

लहू किसी का तो खौलेगा
इंसाफ़ कोई तोलेगा
खुदा मौजूद है
[ Correct these Lyrics ]
Writer: ANJAN, JOY
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group

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Farhad - Khuda Mauzud Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Farhad
Length: 2:33
Written by: ANJAN, JOY

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