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Geeta Dutt - Aaj Sajan Mohe Ang Laga Lo Lyrics



Geeta Dutt - Aaj Sajan Mohe Ang Laga Lo Lyrics
Official




सखी री बिरहा के दुखड़े सह सह कर जब राधे
बेसुध हो ली तो इक दिन अपने मनमोहन से जा कर यूँ बोली
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये

कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे
कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे
कहीं जिया नहीं लागे बिन तोरे सुख देखे नहीं आगे
ओ छूट देखे नहीं आगे दुःख पीछे पीछे भागे जग सूना सूना
लागे बिन तोरे प्रेम सुधा, मोरे साँवरिया, साँवरिया
प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये

मोहे अपना बनालो ओ मोहे अपना बनालो
मोरी बाँह पकड़ मैं हूँ जनम जनम की दासी
मोहे अपना बनालो मोरी बाँह पकड़ मैं हूँ
जनम जनम की दासी मोरी प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर
प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर
मैं हूँ अन्तर्घट तक प्यासी प्रेम सुधा मोरे साँवरिया, साँवरिया
प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
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सखी री बिरहा के दुखड़े सह सह कर जब राधे
बेसुध हो ली तो इक दिन अपने मनमोहन से जा कर यूँ बोली
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये

कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे
कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे
कहीं जिया नहीं लागे बिन तोरे सुख देखे नहीं आगे
ओ छूट देखे नहीं आगे दुःख पीछे पीछे भागे जग सूना सूना
लागे बिन तोरे प्रेम सुधा, मोरे साँवरिया, साँवरिया
प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये

मोहे अपना बनालो ओ मोहे अपना बनालो
मोरी बाँह पकड़ मैं हूँ जनम जनम की दासी
मोहे अपना बनालो मोरी बाँह पकड़ मैं हूँ
जनम जनम की दासी मोरी प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर
प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर
मैं हूँ अन्तर्घट तक प्यासी प्रेम सुधा मोरे साँवरिया, साँवरिया
प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये
आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये
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Writer: S D Burman, Sahir Ludhianvi
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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