हो शिरडी के साईं बाबा, हमरे गोसाईं बाबा
आए हम तेरे दरबार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
चाहे आमिर हो, चाहे ग़रीब हो
सब ही समाए तेरे प्यार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
हो शिरडी के साईं बाबा, हमरे गोसाईं बाबा
आए हम तेरे दरबार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
दूर दूर से तेरे दर्शन, करने आते नर नारी
कलयुग के अवतारी बाबा, तुम हो बड़े चमत्कारी
पत्थर का सिंघासन तेरा, आसान बड़ा निराला
तेरे द्वार पर छुआ छूत का, कभी ना लगता ताला
हो तू हैं दयालु दाता, सब जग तेरा गुण गाता
तुझसा ना कोई संसार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
हो शिरडी के साईं बाबा, हमरे गोसाईं बाबा
आए हम तेरे दरबार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
हिंदू मुस्लिम शिख ईसाई, सबसे तेरा नाता हैं
तेरे द्वार पर आकर कोई, खाली हाथ ना जाता हैं
दिन हीं की रक्षा करने धुनि तेरी जलती
तेरे दुआए जिसके साथ हो उसकी बलाए टलती
ओ तेरी शरण जो आता, तू हैं जिसको अपनाता
नइया ना डूबे मझधार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
हो शिरडी के साईं बाबा, हमरे गोसाईं बाबा
आए हम तेरे दरबार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
निर्धन को धन निर्बल को बलवान तूही करने वाला
अंधो को आँखे गूंगे मे ज़ुबान तूही भरने वाला
लुले लंगडे तेरे आश् कर, पास तेरे जब जाते
तेरे कृपा से ऐसे रोग क्या, महा रोग मिट जाते
हो काँटे भी तुझको प्यारे, फुलो के भी रखवाले
सब ही गूँथे हैं तेरे हार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे
हो शिरडी के साईं बाबा, हमरे गोसाईं बाबा
आए हम तेरे दरबार मे
हो साईं आए हम तेरे दरबार मे