[ Featuring Asha Bhosle, Mohammed Rafi ]
अम्बे तू है जगदम्बे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली
तेरे ही गुण गावें भारती
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती
अम्बे तू है जगदम्बे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली
तेरे ही गुण गावें भारती
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती
तेरे भक्त जनो पर माता भीड़ पड़ी है भारी
तेरे भक्त जनो पर माता भीड़ पड़ी है भारी
दानव दल पर टूट पडो माँ करके सिंह सवारी
सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली
दुष्टों को तू ही ललकारती
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती
माँ-बेटे का है इस जग मे बडा ही निर्मल नाता
माँ-बेटे का है इस जग मे बडा ही निर्मल नाता
पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता
सबपे अमृत बरसाने वाली सबको हर्षाने वाली
नय्या भावर से उतरती
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती
नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना
नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना
हम तो मांगें तेरे मन में छोटा सा कोना
सब पे करुणा बरसाने वाली विपदा मिटाने वाली
सतियों के सत को सवांरती
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली
तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती
अंबे जय जय जगदांबे काली
जय दुरगे वाली
अंबे जय जय जगदांबे काली
जय दुरगे वाली
हो मय्या अम्बिके हो मय्या अम्बिके