[ Featuring Suman Kalyanpur, Mohammed Rafi ]
ओ तेरे पीछे
तेरे पीछे फिरते फिरते
हो गया पूरा साल रे
गोरे गोरे मुखड़े वाली
पूछ कभी तो हाल रे
तेरे पीछे फिरते फिरते
हो गया पूरा साल रे
गोरे गोरे मुखड़े वाली
पूछ कभी तो हाल रे
एक साल में लगा है रोने
है आशिक बड़ा कमाल रे
फिरा था लैला के पीछे
मजनू तो चौदह साल वे
ओ ओ मजनू था आशिक़ तो लैला
को भी उससे प्यार था
लैला को भी उससे प्यार था
जो सच्चा आशिक़ मिलता तो
हमको कब इंकार था
हमको कब इंकार था
ऐसी वैसी बातों से न
दिलवालो को दर रे
तेरे पीछे तेरे पीछे फिरते फिरते
हो गया पूरा साल रे
गोरे गोरे मुखड़े वाली
पूछ कभी तो हाल रे
एक साल में लगा है रोने
है आशिक बड़ा कमाल रे
फिरा था लैला के पीछे
मजनू तो चौदह साल वे
ओ तेरी तमन्ना करके हम
घर के रहे न घाट के
हम घर के रहे न घाट के
फैयद हीरे की खातिर
लाया था पर्वत काट के
लाया था पर्वत काट के
हीर के खातिर देखो
राँझा बन गया महीवाल रे
एक साल में लगा है रोने
है आशिक बड़ा कमाल रे
फिरा था लैला के पीछे
मजनू तो चौदह साल वे
तेरे पीछे फिरते फिरते
हो गया पूरा साल रे
गोरे गोरे मुखड़े वाली
पूछ कभी तो हाल रे
ओ जाओ रोमिओ जाओ फिरते
हो मरे मरे क्यों
फिरते हो मरे मरे क्यों
हाय तेरी लत प्यारी यु
तू तिरछी नजर से मारे क्यों
तू तिरछी नजर से मारे क्यों
पहले ही तो प्यार में तेरे
हुआ मेरा ये हाल रे
तेरे पीछे
तेरे पीछे फिरते फिरते
हो गया पूरा साल रे
गोरे गोरे मुखड़े वाली
पूछ कभी तो हाल रे
एक साल में लगा है रोने
है आशिक बड़ा कमाल रे
फिरा था लैला के पीछे
मजनू तो चौदह साल वे