सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
रमजान में
रमजान में रोज़े की बरकतों की कहानी
रमजान में रोज़े की बरकतों की कहानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
सच्चा है वो इंसान वोही खुश नसीब है
सच्चा है वो इंसान वोही खुश नसीब है
जो रोज़े रखे अल्लाह ताला के करीब है
जो रोज़े रखे अल्लाह ताला के करीब है
करता है
करता है अपने बंदों की वो खुद निगहबानी
करता है अपने बंदों की वो खुद निगहबानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
रमजान में
रमजान में रोज़े की बरकतों की कहानी
रमजान में रोज़े की बरकतों की कहानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी
सुन बेटे मेरे लखते जिगर मेरी ज़बानी
मेरी ज़बानी