यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
यह धुप इक सफ़र
धुप छाँव के घेरे
में ही चलता है हर जीवन
हो एक ही धुप के रूप हैं दोनों
क्या जंगल क्या गुलशन
क्या जंगल क्या गुलशन
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
यह धुप इक सफ़र
धुप ही रस्ते को झुलसाए
धुप ही फूल खिलाये
यह ही नदी के जल में ढलके
बादल सी लहराये
बादल सी लहराये
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
यह धुप इक सफ़र
चमके तोह है सहर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
सुलगे तोह दोपहर
सिमटे तोह सुना घर
यह धुप इक सफ़र