चंदनिया नदिया बीच नहाये
ओ शीतल जल में आग लगाए
के चंदा देख देख मुस्काये
हो रामा हो रामा हो
पूछ रही है लहर लहर से कौन है ये मतवाली
पूछ रही है लहर लहर से कौन है ये मतवाली
तन की गोरी चंचल छोरी गेंदे की एक डाली
हो हो हो
रूप की चढ़ती धूप सुनहरा रंग आज बरसाए
हो रामा हो रामा हो
चंदनिया नदिया बीच नहाये
ओ शीतल जल में आग लगाए
के चंदा देख देख मुस्काये
हो रामा हो रामा हो
परबत परबत घूम के आयी ये अलबेली धारा
परबत परबत घूम के आयी ये अलबेली धारा
क्या जाने किस आसमाँ से टूटा है ये तारा
हो हो हो
शोला बनके फूल कमल का जल में बहता जाए
हो रामा हो रामा हो
चंदनिया नदिया बीच नहाये
ओ शीतल जल में आग लगाए
के चंदा देख देख मुस्काये
हो रामा हो रामा हो