मैं प्रेम में लूटता आया हूँ
आया हूँ मैं प्रेम में लूटता आया हूँ
जब अपना हाल सुनाया हूँ
जब उनसे आँख मिलाया हूँ
जब अपना हाल सुनाया हूँ
जब उनसे आँख मिलाया हूँ
सौ वार हुए है इस दिल पर
सौ वार हुए है इस दिल पर
सौ तीर जिगर के खाया हूँ
सौ तीर जिगर के खाया हूँ
आया हूँ मैं प्रेम में लूटता आया हूँ
पहुचा हूँ मैं जिस गुलशन में
काँटे है मिले है दामन में
पहुचा मैं जिस गुलशन में
काँटे है मिले है दामन में
जिस दर पे सर को झुकाया हूँ
जिस दर पे, ए ए ए ए ए ए
जिस दर पे सर को झुकाया हूँ
मैं ठोकर वही पे खाया हूँ
मैं ठोकर वही पे खाया हूँ
आया हूँ मैं प्रेम में लूटता आया हूँ
फ़याज़ मै सब कुछ खोता हूँ
कभी हंसता हूँ कभी रोता हूँ
फ़याज़ मै सब कुछ खोता हूँ
कभी हंसता हूँ कभी रोता हूँ
दुख ये के उनको पा ना सका
पा ना सका, दुख ये के उनको पा ना सका
खुश हूँ के प्यार को पाया हूँ
खुश हूँ के प्यार को पाया हूँ
आया हूँ मैं प्रेम में लूटता आया हूँ