ऐ दिल ए नादान
ऐ दिल ए नादान
आरज़ू क्या है
जुस्तजू क्या है
हम भटकते है
क्यूँ भटकते है
दश्त ओ सेहरा में
ऐसा लगता है
मौज प्यासी है
अपने दरिया में
ये ज़मीन चुप है
आसमान चुप है
फिर ये धड़कन सी
चार सु क्या है
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ऐ दिल ए नादान
ऐ दिल ए नादान
आरज़ू क्या है
जुस्तजू क्या है
हम भटकते है
क्यूँ भटकते है
दश्त ओ सेहरा में
ऐसा लगता है
मौज प्यासी है
अपने दरिया में
ये ज़मीन चुप है
आसमान चुप है
फिर ये धड़कन सी
चार सु क्या है