Back to Top

Jagjit Singh - Ek Tere Kareeb Aane Se Lyrics

theme

Jagjit Singh - Ek Tere Kareeb Aane Se Lyrics
Official




एक तेरे करीब आने से
एक तेरे करीब आने से
दूर हम हो गये ज़माने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से

जाने क्यों बिजलियों को रंजिश है
जाने क्यों बिजलियों को रंजिश है
सिर्फ मेरे ही आसियाने से
सिर्फ मेरे ही आस़ियाने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से

आग दिल की सुलगती रहे नींदों
आग दिल की सुलगती रहे नींदों
और भड़केगी ये बुझाने से
और भड़केगी ये बुझाने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से

इश्क ही एक राज़ है ऐसा
इश्क ही एक राज़ है ऐसा
फाश होता है जो छुपाने से
फाश होता है जो छुपाने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




एक तेरे करीब आने से
एक तेरे करीब आने से
दूर हम हो गये ज़माने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से

जाने क्यों बिजलियों को रंजिश है
जाने क्यों बिजलियों को रंजिश है
सिर्फ मेरे ही आसियाने से
सिर्फ मेरे ही आस़ियाने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से

आग दिल की सुलगती रहे नींदों
आग दिल की सुलगती रहे नींदों
और भड़केगी ये बुझाने से
और भड़केगी ये बुझाने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से

इश्क ही एक राज़ है ऐसा
इश्क ही एक राज़ है ऐसा
फाश होता है जो छुपाने से
फाश होता है जो छुपाने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से
दूर हम हो गये ज़माने से
एक तेरे करीब आने से
[ Correct these Lyrics ]
Writer: SINGH JAGJIT
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group
LyricFind

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Ek Tere Kareeb Aane Se Video
(Here for Video at the top of page)


Performed By: Jagjit Singh
Length: 5:35
Written by: SINGH JAGJIT

Tags:
No tags yet