Back to Top

Jagjit Singh - Shamm - E - Mazar Thi Lyrics



Jagjit Singh - Shamm - E - Mazar Thi Lyrics
Official




[ Featuring Chitra Singh ]

शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था
तुम जिस पे रो रहे थे वो किसका मज़ार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था

तड़पूंगा उम्र भर दिल-ए-मरहूम के लिए

तड़पूंगा उम्र भर दिल-ए-मरहूम के लिए
कमबख्त नामुराद लड़कपन का यार था
तुम जिस पे रो रहे थे वो किसका मज़ार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था

जादू है या तिलिस्म तुम्हारी जुबान में
जादू है या तिलिस्म तुम्हारी जुबान में
तुम झूठ कह रहें थे मुझे ऐतबार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था

क्या क्या हमारी सजदे की रुसवाइयाँ हुई

क्या क्या हमारी सजदे की रुसवाइयाँ हुई
नक़्शे कदम किसी का सरे रहगुजार था
तुम जिस पे रो रहे थे वो किसका मज़ार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था
तुम जिस पे रो रहे थे वो किसका मज़ार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था

तड़पूंगा उम्र भर दिल-ए-मरहूम के लिए

तड़पूंगा उम्र भर दिल-ए-मरहूम के लिए
कमबख्त नामुराद लड़कपन का यार था
तुम जिस पे रो रहे थे वो किसका मज़ार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था

जादू है या तिलिस्म तुम्हारी जुबान में
जादू है या तिलिस्म तुम्हारी जुबान में
तुम झूठ कह रहें थे मुझे ऐतबार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था

क्या क्या हमारी सजदे की रुसवाइयाँ हुई

क्या क्या हमारी सजदे की रुसवाइयाँ हुई
नक़्शे कदम किसी का सरे रहगुजार था
तुम जिस पे रो रहे थे वो किसका मज़ार था
शम्मे मज़ार थी ना कोई सो गँवार था
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Bekhud Dehlvi
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Shamm - E - Mazar Thi Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Jagjit Singh
Featuring: Chitra Singh
Length: 6:41
Written by: Bekhud Dehlvi

Tags:
No tags yet