Back to Top

Jagjit Singh - Shayad Main Zindagi Ki Sahar Lyrics



Jagjit Singh - Shayad Main Zindagi Ki Sahar Lyrics
Official




शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया

शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया
शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया

ता उम्र ढूँढता रहा मंजिल मैं इश्क की

ता उम्र ढूँढता रहा मंजिल मैं इश्क की
अंजाम ये के गर्द ए सफर लेके आ गया
अंजाम ये के गर्द ए सफर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया

नश्तर है मेरे हाथ में कांधों पे मैकदा

नश्तर है मेरे हाथ में कांधों पे मैकदा
लो मैं इलाज ए दर्द ए जिगर लेके आ गया
लो मैं इलाज ए दर्द ए जिगर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया

फाकिर सनम कदे में ना आता मैं लौटकर

फाकिर सनम कदे में ना आता मैं लौटकर
एक जख्म भर गया था इधर लेके आ गया
एक जख्म भर गया था इधर लेके आ गया
शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया

शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया
शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया

ता उम्र ढूँढता रहा मंजिल मैं इश्क की

ता उम्र ढूँढता रहा मंजिल मैं इश्क की
अंजाम ये के गर्द ए सफर लेके आ गया
अंजाम ये के गर्द ए सफर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया

नश्तर है मेरे हाथ में कांधों पे मैकदा

नश्तर है मेरे हाथ में कांधों पे मैकदा
लो मैं इलाज ए दर्द ए जिगर लेके आ गया
लो मैं इलाज ए दर्द ए जिगर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया

फाकिर सनम कदे में ना आता मैं लौटकर

फाकिर सनम कदे में ना आता मैं लौटकर
एक जख्म भर गया था इधर लेके आ गया
एक जख्म भर गया था इधर लेके आ गया
शायद मैं जिंदगी की सहर लेके आ गया
कातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया
[ Correct these Lyrics ]
Writer: JAGJIT SINGH, SUDARSHAN FAAKIR
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Shayad Main Zindagi Ki Sahar Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet