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Jubin Nautiyal - Phir Mohabbat [Acoustic] Lyrics



Jubin Nautiyal - Phir Mohabbat [Acoustic] Lyrics
Official




जब जब तेरे पास मैं आया
इक सुकून मिला
जिसे मैं था भूलता आया वो वजूद मिला
जब आए मौसम ग़म के तुझे याद किया
हो जब सहमे तन्हांपन से तुझे याद किया
दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल यहीं रुक जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
ओ ओ ओ ओ ओ ओ हो ओ

हो ओ ओ ओ ओ
जिस राह पे है घर तेरा
अक्सर वहाँ से हाँ मैं हूँ गुज़रा
शायद यही दिल में रहा
तू मुझको मिल जाए क्या पता
क्या है ये सिलसिला
जानू ना मैं जानू ना
दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल यहीं रुक जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
ओ ओ हो ओ ओ ओ ओ हो ओ ओ
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जब जब तेरे पास मैं आया
इक सुकून मिला
जिसे मैं था भूलता आया वो वजूद मिला
जब आए मौसम ग़म के तुझे याद किया
हो जब सहमे तन्हांपन से तुझे याद किया
दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल यहीं रुक जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
ओ ओ ओ ओ ओ ओ हो ओ

हो ओ ओ ओ ओ
जिस राह पे है घर तेरा
अक्सर वहाँ से हाँ मैं हूँ गुज़रा
शायद यही दिल में रहा
तू मुझको मिल जाए क्या पता
क्या है ये सिलसिला
जानू ना मैं जानू ना
दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल यहीं रुक जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
ओ ओ हो ओ ओ ओ ओ हो ओ ओ
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Writer: Mithoon Sharma, Sayeed Quadri
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid, Songtrust Ave

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Jubin Nautiyal - Phir Mohabbat [Acoustic] Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Jubin Nautiyal
Length: 3:09
Written by: Mithoon Sharma, Sayeed Quadri
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