[ Featuring Natiq ]
ओ
गाडी खुली है बत्ती बुझी है
मेरे घर पे आके तू सो जा ना
दरवाज़ा बंद किस्मत खुली है
मेरे दिल में आके तू खो जा ना
पहले लम्बी बातें बाद में खुलासे
न करना मुझसे वादें न माँगता दिलासे
क्या कटति लम्बी रातें क्यों ढूँढे बस किनारे
आ थाम के बैठ ऐसे जिस्म ये मुझे पुकारे
मलमल की चादर पे गिरने दो लफ़्ज़ों को
मतलब की आँखों से मिलने दो लम्हों को
नफ़रत के परदो से आगे भटकने दो
किस्मत की लपटों में ताले पिघलने दो
पिघलता जाता हाथ न किसी के आता
प्यार सोच करना चाहता सोच सोच कर न पता
आँखें मूँद कस के पकड़ा बोलू तुझमे लीं, हाँ था
क़ैद करके रखलु तुझको
ऐसा ख्वाब क्यों सताता ऐसा ख्वाब क्यों सताता क्यों
Careful careful
गाडी खुली है बत्ती बुझी है
मेरे घरपे आके तू सो जा ना
दरवाज़ा बंद है किस्मत खुली है
मेरे दिल में आके
तू खो जा ना (Careful careful)
ए ए
गाडी उनही को दी है (?)