[ Featuring Lata Mangeshkar ]
चाँद चुरा के लाया हूँ
चाँद चुरा के लाया हूँ
चल बैठें चर्च के पीछे
हो ना कोई देखे, ना पहचाने
बैठें पेड़ के नीचे
अरे चल बैठें चर्च के पीछे
कल बापू जाग गये थे
तो
मेरी लाज की सोचो
कल बापू जाग गये थे
मेरी लाज की सोचो
अरे जो होना था कल हुआ था
आज तो आज की सोचो
जाग गये तो
जागने दो ना
अच्छा
हाँ
तो फिर चल बैठें चर्च के पीछे
हो हो चाँद चुरा के लाई हू
चाँद चुरा के लाई हू
चल बैठें चर्च के पीछे
चल दरिया पर कश्ती लेकर
दूर कहीं बह जाएँ
चल दरिया पर कश्ती लेकर
दूर कहीं बह जाएँ
हो ढूँढ न पाएं बस्ती वाले
साहिल से कह जाएँ
बोल दिया तो
बोलने दो ना
अच्छा
हाँ
तो फिर चल बैठे चर्च के पीछे
अरे चाँद चुरा के लाया हूँ
चाँद चुरा के लाया हूँ
चल बैठें चर्च के पीछे
हो ना कोई देखे, ना पहचाने
बैठें पेड़ के नीचे
हो चल बैठे चर्च के पीछे
हो चाँद चुरा के लाया हूँ(चाँद चुरा के लाई हू)
चाँद चुरा के लाया हूँ(चाँद चुरा के लाई हू)
चल बैठे चर्च के पीछे(चल बैठे चर्च के पीछे)