दिल दिल से मिला कर देखो
नज़रों में समां कर देखो
अपना तो बना कर देखो
होती है मोहब्बत क्या
दिल दिल से मिला कर देखो
नज़रों में समां कर देखो
अपना तो बना कर देखो
होती है मोहब्बत क्या
हम प्यार में खो गए ऐसे
परदेस में रही जैसे
हम प्यार में खो गए ऐसे
परदेस में रही जैसे
उल्फत का नशा जब हो ही गया
दामन को छुड़ाये कैसे
नज़रें तो उठा कर देखो
वो तीर चला कर देखो
अपना तो बना कर देखो
होती है मोहब्बत क्या
दिल दिल से मिला कर देखो
नज़रों में समां कर देखो
अपना तो बना कर देखो
होती है मोहब्बत क्या
लहरा के हवा जब आई
फिर देखने लगी तन्हाई
लहरा के हवा जब आई
फिर देखने लगी तन्हाई
दिल पहुँचा वहाँ
दिलबर था जहाँ
तो बजने लगी शेहनाई
दिल में तो बिठा कर देखो
कुछ पास तो आ कर देखो
अपना तो बना कर देखो
होती है मोहब्बत क्या
दिल दिल से मिला कर देखो
नज़रों में समां कर देखो
अपना तो बना कर देखो
होती है मोहब्बत क्या