दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
ये जो संसार है चोर बाजार है
धोखा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
माल-ओ-जर भी मिले और मका दहेज मे
माँगते है जमी आस्मा दहेज मे
रिश्ते नातो के होते है सौदे यहा
पाँव पर गिर गयी पगड़िया दहेज मे
रस्म के नाम पे धर्म के नाम पे
दाता बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
चीखे शहनाई आगन से डोली चली
भेष बदले हुए जैसे अर्थी चली
बाप माँगे दुआ लाज रख ले खुदा
लाल जोड़े मे छुपके ग़रीबी चली
वक़्त है निर्दयी मा तो रोने लगी
परदा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
लेके आई है मान मे उमंगे नयी
रूप है चाँदनी रंग है चंपाइ
हीरे मोटी मे ढूँढे मोहब्बत पिया
सेज दुल्हन की पल मे चीता बन गयी
जी रहा है पति हो गयी वो सती
रिश्ता बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
कब तलाक़ दुल्हनो की चढ़ेगी बलि
मसली जाएगी कब तक ये नाज़ुक काली
ये है बेटी तेरी ये तेरी बहन है
राम गोपाल हो या शराफ़त अली
सब है बहरूपीए इनसे ये पूछिए
सपना बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
दूल्हा बिकता है बोलो खरीदोगे
चीखे शहनाई आगन से डोली चली
भेष बदले हुए जैसे अर्थी चली
भाई माँगे दुआ लाज रख ले खुदा
लाल जोड़े मे च्छुपके ग़रीबी चली
वक़्त है निर्दयी मा तो रोने लगी
परदा बिकता है बोलो खरीदोगे
आज इस मोड़ पे ज़िंदगी आई है
आँसू डॉली बने आ शहनाई है
बहन की ज़िंदगी लूट ना जाए कहीं
धोखा देने पे मजबूर एक भाई है
है ज़माने बता ये है किसकी ख़ाता
वादा बिकता है बोलो खरीदोगे