हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
जिसने तुझको जन्म दिया के
जिसने तुझको पला
कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
मानी मानताये और देवी
देव पुजे पर सही देवकी ने
दूध में नहलाने का
गोद में खिलाने का
सुख पाया यशोदा जी ने
एक ने तुझको जीवन दिया रे
एक ने जीवन संभाला
कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
मरने के डर से भेज दिया घर से
देवकी ने रे गोकुल में
बिना दिए जनम यशोदा बानी माता
तुझको छुपाया आँचल में
एक ने तन को रूप दिया रे
एक ने मन को दहला
कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
जन्म दिया हो चाहे पला हो
किसी ने भेद ये ममता न जाने
कोई भी हो जिसने दिया
हो प्यार माँ का
मन तो माँ उसीको मने
एक ने तुझको दी है रे आँखे
एक ने दिया उजाला
कन्हैया किसको कहेगा तू मैया
हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया