[ Featuring Lata Mangeshkar ]
इन आँखों के ज़ीनों से
इस दिल में उतार जाऊँ
तुम मुझको इजाज़त दो
मैं इतना तो कर जाऊँ
मैं खूब समझती हूँ
है दिल में तुम्हारे क्या
आजाऊँ मैं बातों में
और हदसे गुजर जाऊँ
होंठो की यही वादी
मंज़िल है मेरे दिल की
मैं इसके सिवा तुम ही
बतलाओ किधर जाऊँ
ख्वाबो से हक़ीकत की
दुनिया के तरफ आओ
तुम चाहो जिधर जाना
मैं कैसे उधर जाऊँ
मैं प्यास हू सेहरा की
तुम एक समंदर हो
तुम चाहो तो जी लूं मैं
तुम चाहो तो मार जाऊँ
पोहचा दो मुझे घर तक
बाहो की हिफ़ाज़त में
रास्ते में दरखतों के
सायों से ना डर जाऊँ
रास्ते में दरखतों के
सायों से ना डर जाऊँ
हम्म हम्म हम्म हम्म